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2000 के नोट पर लगी चिप का कमाल

                            चिप देखने से पहले                      चिपकुओं को देखो! दुनिया ही चिप और चिपकुओं की है! या आप ही बताइए, बिना चिप-के कोई काम हुआ हो कभी? चिप और चिपकुओं की ही माया है कि आज सबसे प्यारा, सबसे न्यारा 2000 का नोट बंद करना पड़ रहा है। क्या करते दीदी और भइया पत्रकारों ने 2000 के नोट की चिप-की माया सार्वजनिक कर दी थी! सुना है बड़े साहब इन दोनों को 'देख लेंगे' की धमकी भी दे चुके हैं! वैसे 2000 नोट की चिप से चिपकू लोग मानते हैं कि यह #नोटबन्दी भी पहले की ही तरह करामाती है। बल्कि यह तो और भी सूझबूझ का परिचायक है। एक तो इससे यह पता लग जाएगा कि 2000 नोट के कालेधनी लोग कहाँ-कहाँ कालापीला कर रहे हैं, दूसरे यह भी पता चल जाएगा कि 2000 नोट के नाम से जाना जाने वाला यह काला कारोबार अब कहाँ-कहाँ कमाल करने वाला है! जानकर लोग जानते हैं कि बड़े साहब ने ही छोटे साहब के कहने पर यह सब प्रपंच रचा है कि सारे काले-काले को पीले-पीले में कन्वर्ट कर दिया जाए। खैर, जनता दुःखी है! आदत के मुताबिक़ वह इस नोट को भी सनातन मानकर इससे गहरा लगाव महसूस करने लगी थी और इसका गुलाबी रंग उसके दिल पर अ

'नोटबन्दी' सा दुःस्वप्न फिर न देखना पड़े!

  ★ नोटबंदी कौ आल्हा ★                                          -- अशोक प्रकाश                               चित्र साभार: aajtak.in शीश नवाय के जनगनमन कौ धरिकै सब जनता कौ ध्यान, आल्हा गावहुँ उन बीरन कौं जोे लाइन महं तज दियौ प्रान।। आठ नवम्बर सन् सोलह कौ देस कौ पी एम गयौ पगलाय, भासन घातन ऐसो करि गयौ जनगनमन सब गयौ कुम्हलाय।। चारों तरफ तहलका मचि गयौ ऊ जापान महं रह्यौ मुस्काय, लाइन महं यां प्रान जाय रहे वा नीरो बाँसुरी बजाय।। इक-इक रुपिया मुश्किल ह्वै गयौ बड़ा नोट सब भयौ बेकार, खेती-बारी नष्ट ह्वै गई मज़दूरन घर हाहाकार।। काम-धाम सब छोड़ि-छाँड़ि के बैंकन चक्कर रह्यौ लगाय, उहां खेल सेठन कौ होइ रह्यौ भारी घात सह्यौ ना जाय।। अस्पताल का कहौं मुसीबत लोग मरैं बस भए बुखार, लगन सगाई शादी छोड़हुँ मरन काज ना मिलै उधार।। ऐसो राज न देखा कबहूँ ऐसो डाकौ सुन्यौ न भाय, अपनौ पैसो उनकौ होइ गयौ कम्पनियन रह्यौ मज़ा उड़ाय।। ●●●●